हर की धून
हर की धुन भारत की सबसे सुंदर जगहों में से एक है जहाँ पर बहुत सारे पहाड़ों पर बर्फ इस तरह से जमी हुई है की मनो उन्हें सफेद कपडे पहना रखे है अगर आप भी हर की धुन जाना चाहते है तो बने रहिये हमारें साथ और हर की धुन जाने का रास्ता जानिए| हर की धून जाने के लिए हमे हरिद्वार जाना होगा फिर देहरादून ,देहरादून से मसूरी ,मसूरी से केम्पटी फाल्स ,केम्पटी फाल्स से दांता उत्तरकाशी ,दांता उत्तरकाशी से मंज़िल और मंज़िल से आगे का रास्ता अब हम आपको विस्तार से बताएँगे
यहां से अब हमें संकरी जाना होगा संकरी एक सुंदर जगह है जिसे प्रकृति ने बहुत ही सुन्दर तरीके से सजाया है वहां पहाड़ों को काटकर बनाये गए घर और बहती हुई नदियों की आवाज बहुत ही सुंदर लगती है वहां स्थित हनुमान जी का मंदिर सुंदर और बहुत ही पुराना है पहाड़ों को काटकर बनाये गए घर और संकरे रस्ते सुंदर है यहां पर एक रेस्टोरेंट भी है जहां पर आपको रहने से लेकर खाने पिने तक की सब सुविधाएं उपलब्ध हो जाएगी संकरी से आपको टेक्सी बुक करवानी होगी और एक गाइड भी साथ में लेना होगा जो आपकी आगे तक जाने में मदद करेगा | यहाँ से हमे जाना होगा तालुका जो सांकरी से 12 km दुरी पर स्थित है
तालुका -
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तालुका बहुत ही सुन्दर और मनोरम गावँ है इसके बारे में आपने सुना ही होगा | यह संकरी से गावँ है पर्यटकों के लिए भी बहुत ही अच्छा स्थान है संकरी से तालुका तक की रोड खराब है इसलिए आपको टेक्सी लेनी होगी यह रोड लगभग 12 km है तालुका एक छोटा सा गावं है जो हर की धून यात्रा में पहला गावं है अगर आप यहां जाते है तो तालुका घुम कर जरूर आना यहां पर गेस्ट हॉउस और होटेल भी मौजूद है | यहां से हर की धून 27 km है तालुका से औसला तक का रास्ता नदी राइट साइड औसला के बाद नदी के लेफ्ट साइड में से जाना होगा और यह जंगल का रास्ता काफी मजेदार है तालुका से आगे 8 km पर पड़ेगा गंगाड और गंगाड से 4 -5 km पड़ेगा औसला |
गंगाड -
गंगाड एक खूबसूरत सा गावं है जो पहाड़ की ढलान पर बसा हुआ है यहां पर बर्फ जम जाता है आप जब भी जाओ तो गंगाड में रुक कर ही आगे बड़े, वहां पर आपको मंडवा की रोटी ,राजमा और कंडाली की सब्जी खाने को मिलेगी जो बहुत ही स्वादिष्ट है गंगाड बहुत ही सुन्दर है जहाँ पर आपको लकड़ी के मिलेंगे जो बहुत ही सुंदर है | और गंगाड में ही सोमेश्वर महादेव जी का मंदिर है जो पुराण और सुंदर है यह मंदिर महाभारत काल से बना हुआ है जो अगस्त में खुलता है | गंगाड से हमे जाना होगा औसला जो की गंगाड से 4 -5 km है
औसला -
औसला भी बहुत सुंदर गांव है जहां पर कभी कभी बहुत तेज बर्फ गिरती है जिससे आगे जाने रास्ता बंद हो जाता है परन्तु हमे हर नहीं माननी है क्योंकि यहां तक आये है तो जायेंगे | यह पहाड़ो और नदियों बिच उपस्थित है इससे आगे सीमा आती है जहाँ पर गेस्ट है यहाँ से 6 km पर कलकती घाट जहाँ पर भी एक ढाबा है इनके बिच में से सूफिन नदी बहती है और औसला से इसके लेफ्ट से जाना होगा | यह गावं टेक्नोलॉजी से भरा पड़ा है
हर की धून -
आखिर आप हर की धून पहुँच गए हर की धून जाने के लिए हमे बहुत समस्याओँ का सामना पड़ता है और यह बहुत ही सुंदर जगह हैऐसा लगता है की मनो हम जन्नत में है वाखही में बहुत ही सुंदर नजारा है और यहां पर शिवजी का मंदिर है जो छोटा सा है और यही है शिव की धून ,हर की धून यहां पर जोनधार ग्लेशियर ,स्वर्गारोहिणी पिक 1 व पिक 2 स्थित है
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