रंध्रों के प्रकार
रंध्रों के आधार पर पर्ण --
1 . हाइपोस्टोमेटिक -
इस प्रकार की पर्ण में रन्ध्र केवल पर्ण की निचली एपिडर्मिश पर ही पाए जाते है
इन्हें एप्पल प्रकार के रन्ध्र कहते है
EXAMPLE-सेब , बादाम , बर्गर , अखरोट |
2 . एपिस्टोमेटिक -
इस प्रकार की पर्ण में रंध्र केवल पर्ण की ऊपरी एपिडर्मिश पर ही पाए जाते है
इन्हें वाटर लिली प्रकार के रन्ध्र कहा जाता है
EXAMPLE-कमल , वाटर , लिलि |
3 . एमफिस्टोमेटिक -
इस प्रकार की पर्ण में रन्ध्र ऊपरी एपिडर्मिश व निचली एपिडर्मिश दोनों पर ही
पाए जाते है
इन्हें पोटेटो टाइप व एविना टाइप के रन्ध्र कहा जाता है
[1 ]. पोटेटो टाइप -
रन्ध्र निचली सतह पर अधिक व ऊपरी सतह पर कम होते है
example-बेंगन , आलू , टमाटर , मटर
[2 ]. एविना टाइप -
रन्ध्र निचली व ऊपरी दोनों सतह पर समान रूप में पाए जाते है
example-घास , ,मक्का , गेंहूँ
4 . पोटेमोजिटोन -
इस प्रकार के रंध्र जल निमग्न पौधों में पाए जाते है जो non functional
होते है
example-हाइड्रिला , वेलिसनेरिया \
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